NFT kya hota hain ?(Full form) NFT कैसे काम काम करता है ? NFT के बारे में जानें सब कुछ
आजकल के डिजिटल के समय में इसका नाम तेजी से लिया जा रहा है। डिजिटल स्पेस में NFT का नया क्रेज शुरू हुआ हैं। NFT नयी जनरेशन के लिए काफी दिलचस्प चीज है, क्योंकि इसमें क्रिप्टोकरेंसी, वर्चुअल रियलिटी और सोशल मीडिया का क्रेज जुड़ा है। कोई क्रिएटिव व्यक्ति अपने स्किल को NFT के जरिए मोनेटाइज करके बेच सकता है। चलिए इस आर्टिकल में जानते है, NFT क्या है और कैसे काम करता है।
NFT की शुरुआत साल 2014 में हुई, पहली NFT केविन मैककॉय एवं अनिल दास द्वारा बेचीं गयी। एक शब्द में कहे तो ये एक तरीके के डिजिटल टोकन होते है। जिन्हें किसी असली चीजों या यूँ कहे कि किसी गेम, म्यूजिक एल्बम, मीम, पेंटिंग, कार्ड्स वगैरह चीजों से असाइन किया जाता है। आजकल NFT का नाम मार्केट में काफी चर्चा में है, इसका क्रेज भारत में भी काफी तेजी से बढ़ रहा है। NFT का चलन पिछले कुछ दिनों से भारत में भी उतनी तेजी से बढ़ा है, जितनी तेजी से क्रिप्टोकरेंसी का। गूगल ट्रेंड्स डाटा के मुताबिक सर्च के मामले में NFT ने Crypto को भी पीछे छोड़ दिया है। सबसे बड़ी बात ये है कि ये आकड़ा ग्लोबल है। इसका मतलब NFT सिर्फ कुछ ही देशों में ही नहीं, बल्कि ग्लोबल स्तर पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
NFT का पूरा नाम क्या है ?(Fullform of NFT)
NFT का पूरा नाम Non Fungible Token होता। इसे एक क्रिप्टोग्राफिक टोकन भी कहा जा सकता है। ये एक यूनीक टोकन होता है, आपके लिए कमाई और इन्वेस्टमेंट का एक अच्छा जरिया हो सकता है। NFT ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से लैस होता है।
NFT क्या होता हैं ? (NFT kya hota hain in hindi)
NFT यानी नॉन-फंजिबल टोकन एक तरह की डिजिटल संपत्ति या डाटा होती है। जो ब्लॉकचेन पर काम करता है। ये एक तरीके के बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसी जैसा ही एक क्रिप्टो टोकन है। लेकिन ये एक यूनीक टोकंस या डिजिटल असेट्स होते है, जो वैल्यू को जेनरेट करते है। NFT डिजिटल संपत्ति जैसे आर्ट, म्यूजिक, फिल्म, गेम्स या आपको किसी कलेक्शन में मिल सकता है। ये यूनीक आर्ट पीस होता है।
NFT यूनीक क्यों होती है ?
कोई भी क्रिएशन अगर डिजिटल है, यानी इन्टरनेट पर है, तो हो सकता है कि उसकी कुछ कॉपीज इन्टरनेट पर हो, लेकिन NFT यूनीक होती है। उसका एक यूनीक आईडी कोड होता है, जैसे कि कहा जाता है कि दो अंगूठों के छाप एक जैसे नहीं होते है, वैसे ही दो NFT मैच नहीं करते हैं। हर NFT की आईडी यूनीक होती है। इसमें फर्जी NFT बिकने कि शंका कम होती है। जब कोई व्यक्ति NFT खरीदता है तो उसे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से लैस सुरक्षित सर्टिफिकेट मिलता है।
NFT कैसे काम करता है ?
NFT का उपयोग डिजिटल असेट्स या ऐसे चीजो के लिए किया जाता है, जो दुनियाभर में एकदम अलग होते है। इससे उनकी कीमत और विशिष्टता साबित होती है। NFT की सहायता से आज के डिजिटल दौर में किसी पेंटिंग, किसी आर्ट, मीम्स को सामान्य चीजो की तरह खरीदा बेचा जा सकता है।
इसके बदले में आपको डिजिटल टोकन मिलते है, जिन्हें NFT यानी नॉन-फंजिबल टोकन कहा जाता है। आज के दौर में आप NFT को नीलामी की तरह समझ सकते है।
आज के दौर में NFT जरुरी क्यों है ?
NFT इसलिए बहुत अहम है, क्योंकि सबसे पहले तो ये किसी असेट्स के मालिकाना हक को एक ही लोग तक सीमित रखता है, दूसरे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित काम कर रहे डिजिटल असेट्स को बस एक ही शख्स एक्सेस और होल्ड कर सकता है। आर्टिस्ट अपने काम को NFT की मदद से मोनेटाइज कर सकते है।
NFT जिससे कमाई के लिए भारत में बड़े-बड़े सितारे भी आजमा रहे है हाथ
बालीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन से लेकर सलमान खान तक अपनी NFT लांच करने की तैयारी कर रहे है, जिससे वे लाखो रुपयों की कमाई कर सकते है। बालीवुड एक्टर से लेकर ख़िलाड़ी तक सब अपनी NFT लांच कर रहे है। इनसे वे लाखो रुपयों से ज्यादा की कमाई कर सकेंगे।
अपना NFT कैसे बनाये ?
खुद की NFT तैयार करने के लिए सबसे पहले आपको एक ऑनलाइन वॉलेट क्रिएट करना होगा। जिसमे NFTs होल्ड की जा सके क्रिप्टो असेट्स को जिस वॉलेट में स्टोर किया जाता है, उसे प्राइवेट की मदद से एक्सेस किया जा सकता है। यह प्राइवेट की किसी सुपर-सिक्योर पासवर्ड की तरह काम करती है, जिसके बिना NFT ओनर टोकंस एक्सेस नहीं कर सकते। इस वॉलेट को आपको मेटामास्क जैसी किसी सर्विस से लिंक करना होगा।